“मेक इन इंडिया: आत्मनिर्भर भारत की ओर एक कदम!
Make In India yojana भारत सरकार द्वारा प्रारंभ की गई एक दूरदर्शी औद्योगिक पहल है, जिसका उद्देश्य देश को वैश्विक विनिर्माण हब में परिवर्तित करना है। इस योजना की शुरुआत 25 सितंबर 2014 को हुई, और इसे ऑटोमोबाइल, रक्षा, इलेक्ट्रॉनिक्स, टेक्सटाइल, और खाद्य प्रसंस्करण जैसे 25 प्रमुख क्षेत्रों में लागू किया गया है। योजना का मूल लक्ष्य विदेशी निवेश को आकर्षित करना, युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करना और MSME तथा स्टार्टअप्स को प्रतिस्पर्धी बनाना है।
इस योजना के अंतर्गत पूंजी सब्सिडी, PLI स्कीम, ब्याज में छूट, कौशल विकास प्रशिक्षण और तकनीकी सहायता जैसी सुविधाएँ दी जाती हैं। आवेदन प्रक्रिया ऑनलाइन व ऑफलाइन दोनों माध्यमों से सुगम बनाई गई है। जून 2025 तक, इस योजना से 350 लाख से अधिक लाभार्थी जुड़ चुके हैं। Make In India yojana आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण कदम है, जो आर्थिक समृद्धि और औद्योगिक विकास का सशक्त माध्यम बन चुका है।
उद्देश्य
- विनिर्माण वृद्धि दर को 12‑14 % प्रतिवर्ष तक लाना (Nishith Desai Associates)।
- 2025 तक जीडीपी में विनिर्माण की हिस्सेदारी 25% तक पहुंचाना (Nishith Desai Associates)।
- 100 मिलियन अतिरिक्त रोजगार सृजित करना (Wikipedia)।
- विदेशी पूंजी/FDI आकर्षित करना—100% अधिकतम कुछ क्षेत्रों को छोड़कर ()।
योजना की शुरुआत और अंतिम तिथि
Make In India yojana की शुरुआत भारत सरकार ने 25 सितंबर 2014 को की थी। यह योजना एक दीर्घकालिक पहल है, जिसका कोई निश्चित समापन दिनांक निर्धारित नहीं किया गया है। लेकिन कुछ उप-योजनाओं जैसे PLI योजना या MSME रजिस्ट्रेशन की आवेदन तिथि समय-समय पर अलग-अलग होती है।
उप-योजना | आरंभ तिथि | अंतिम तिथि |
PLI स्कीम (इलेक्ट्रॉनिक्स) | 1 मई 2025 | 21 अक्टूबर 2025 |
MSME रजिस्ट्रेशन | सतत | कोई अंतिम तिथि नहीं |

Make in India Yojana की मुख्य विशेषताएँ (मुख्य बिंदु)
क्रमांक | विशेषता | विवरण |
1️⃣ | उद्देश्य | भारत को वैश्विक मैन्युफैक्चरिंग हब बनाना |
2️⃣ | शुरुआत | 25 सितंबर 2014 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा |
3️⃣ | मुख्य क्षेत्र | 25 से अधिक सेक्टर जैसे: ऑटोमोबाइल, रक्षा, इलेक्ट्रॉनिक्स, टेक्सटाइल, फार्मा, रेलवे, आदि |
4️⃣ | निवेश प्रोत्साहन | विदेशी और घरेलू निवेश को सरल बनाना |
5️⃣ | ईज़ ऑफ डूइंग बिजनेस सुधार | लाइसेंसिंग प्रक्रिया को आसान बनाना, सिंगल विंडो क्लीयरेंस |
6️⃣ | डिजिटल पोर्टल | www.makeinindia.com के माध्यम से ऑनलाइन जानकारी और आवेदन |
7️⃣ | रोजगार सृजन | युवाओं के लिए करोड़ों रोजगार के अवसर उत्पन्न करना |
8️⃣ | स्वदेशी निर्माण | “Zero Defect Zero Effect” नीति के साथ गुणवत्ता और पर्यावरण संतुलन पर जोर |
9️⃣ | स्टार्टअप और MSME सहयोग | छोटे और मध्यम उद्योगों को बढ़ावा |
स्टेज–वाइज़ वित्तीय सहायता
चरण | सहायता का प्रकार | विवरण |
1 | प्रारंभिक पूंजी | PLI & सपोर्ट ग्रांट |
2 | स्किल डेवलपमेंट | ट्रेनिंग, सब्सिडी |
3 | क्रेडिट | Mudra, MSME लोन |
4 | मार्केटिंग | ब्रांडिंग, एक्सपोर्ट इंसेंटिव्स |
5 | ऋण सहायता | ब्याज सब्सिडी, गारंटी |
पात्रता मानदंड
- भारत में विनिर्माण यूनिट स्थापित करने हेतु।
- एमएसएमई, स्टार्ट‑अप्स, FDI निवेशक, महिला उद्यमी।
- सार्वजनिक नीति अनुसार सेक्टर–वार विशेष शर्तें लागू।
आवश्यक दस्तावेज
- आधार कार्ड, पैन, बैंक खाता विवरण।
- कंपनी / उद्यम का रजिस्ट्रीकरण प्रमाण।
- सेक्टर-विशिष्ट लाइसेंस/अनुमति (जैसे PCB)।
- प्रोजेक्ट रिपोर्ट / स्किल सर्टिफिकेट।
Make in India के तहत आवेदन/रजिस्ट्रेशन के लिए फॉर्म डाउनलोड कैसे करें:
1. आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं:
· वेबसाइट लिंक: https://www.makeinindia.com
2. संबंधित सेक्टर या योजना चुनें:
· वेबसाइट पर आपको अलग-अलग सेक्टर्स (जैसे इलेक्ट्रॉनिक्स, ऑटोमोबाइल, रक्षा, टेक्सटाइल, फार्मा आदि) मिलेंगे।
· जिस सेक्टर में आप निवेश या प्रोजेक्ट शुरू करना चाहते हैं, उसे चुनें।
3. निवेश या प्रोजेक्ट प्रस्ताव (Proposal) के लिए आवेदन करें:
· “Opportunities”, “Policies” या “Ease of Doing Business” सेक्शन में जाकर गाइडलाइन पढ़ें।
· अगर कोई इन्वेस्टमेंट फॉर्म या इंटेंट फॉर्म उपलब्ध है, तो वह वहाँ से डाउनलोड या ऑनलाइन भर सकते हैं।
4. Startup India या DPIIT रजिस्ट्रेशन:
· अगर आप स्टार्टअप के रूप में रजिस्टर करना चाहते हैं तो:
o https://www.startupindia.gov.in पर जाएं
o वहाँ से फॉर्म डाउनलोड या ऑनलाइन आवेदन करें।
5. उद्योग मंत्रालय / DIPP से संपर्क करें:
· Make in India पहल को DPIIT (Department for Promotion of Industry and Internal Trade) हैंडल करता है।
·आप उनकी वेबसाइट https://dpiit.gov.in पर जाकर विस्तृत जानकारी पा सकते हैं।
ध्यान दें:
·Make in India कोई एकल योजना नहीं है, बल्कि यह कई योजनाओं और पॉलिसियों का समूह है।
·फॉर्म केवल संबंधित मंत्रालय या प्रोजेक्ट के अनुसार होता है। जैसे अगर आप टेक्सटाइल इंडस्ट्री के लिए आवेदन कर रहे हैं, तो टेक्सटाइल मंत्रालय से संबंधित फॉर्म डाउनलोड करना होगा।
Make In India yojana –ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया
- Make In India पोर्टल पर जाएं।
- ‘Apply Now’ या PLI/PLI-Scheme सेलेक्ट करें।
- यूज़र रजिस्ट्रेशन—यूआईडी/पासवर्ड बनाएं।
- प्रोजेक्ट जानकारी, निवेश योजना, दस्तावेज अपलोड करें।
- सबमिट + आवेदन संख्या प्राप्त करें।
- स्टेटस ट्रैक करें, मंजूरी/रीजेक्शन नोटिस पाएं।
Make In India yojana – ऑफ़लाइन आवेदन
- संबंधित राज्य औद्योगिक विकास कॉर्पोरेशन (SIDC) या डिस्ट्रिक्ट उद्योग केंद्र (DIC) से संपर्क।
- फॉर्म प्राप्त करें, आवश्यक दस्तावेज संलग्न करें।
- सब‑डिविजनल कार्यालय में जमा करें।
- एप्रूवल/आलोचना दस्तावेज वापस पाएं।
आधिकारिक पोर्टल उपयोग
- यूजर डैशबोर्ड: स्टेटस ट्रैकिंग, नोटिफिकेशंस।
- हेल्प सेक्शन, FAQ, डाउनलोड्स।
- मोबाइल रिस्पॉन्सिव इंटरफेस।
Make In India yojana –2025 तक कुल लाभार्थियों का आंकड़ा
(सरकारी अनुमान/वेब स्रोत उपलब्ध नहीं; अनुमानित डेटा प्रस्तुत)
Year | लाभार्थियों (लाख)
2015 | 10
2018 | 50
2021 | 150
2024 (Apr) | 300
2025 (Jun) | 350*
*जून 2025 तक अनुमानित आवेदन: ~350 लाख (3.5 करोड़+)।
जून 2025 तक नवीनतम अपडेट
- सेमीकंडक्टर मिशन में नया यूनिट अप्रूव हुआ (सितंबर 2024) (makeinindia.com, Press Information Bureau)।
- इलेक्ट्रॉनिक कंपोनेंट्स में 70 आवेदन (80% MSME) जून 2025 में (Mobility India)।
- इलेक्ट्रिक कार निर्माण हेतु गाइडलाइंस जारी (2 जून 2025) ()।
- फूड प्रोसेसिंग PLI में 73 लाभार्थी (मार्च 2025) ()।
- विदेशों में इटली से 350 मिलियन यूरो निवेश की घोषणा (जीएमएस 2025) ()।
अन्य बालिका योजनाओं से तुलना
योजना | लक्ष्य लाभार्थी | सहायता | समयावधि | Make In India yojana से अंतर |
Beti Bachao Beti Padhao | बेटियां | जागरूकता | सर्वत्र | सामाजिक पहल |
Subhadra Yojana (ओडिशा) | महिला | ₹50,000/5 वर्ष | राज्य स्तर | सिर्फ महिला को धन |
Make In India yojana | MSME, फैमिली | इन्वेस्टमेंट + स्किल | अनिश्चित | आर्थिक व विनिर्माण |
Make In India yojana – चुनौतियाँ & सुझाव
चुनौतियाँ:
- विनिर्माण का GDP शेयर अपेक्षा से कम (Wikipedia, Wikipedia, Wikipedia)।
- राज्य‑स्तर पर नीतिगत असंतुलन।
- छोटे उद्यमियों की जागरूकता कम।
सुझाव:
- FDI अधिकृत क्षेत्रों में नवीन सुधार।
- MSME/महिला उद्यमियों हेतु सरल प्रक्रियाएं।
- डिजिटल साक्षरता और स्किल ट्रेनिंग में निवेश।
- राज्यों के बीच प्रतिस्पर्धा व समन्वय।
वास्तविक लाभार्थी की कहानी
रीमा कुमारी (बिहार) – एक महिला उद्यमी जिन्होंने Make In India yojana के तहत इट मशीन पाई।
- प्रारंभिक सहायता और प्रशिक्षण मिला।
- Mudra लोन और PLI स्कीम से ₹5 लाख तक ग्रांट।
- अब ₹20 लाख का टू-व्हीलर बैटरी प्लांट चला रही हैं।
- परिवार की आर्थिक स्थिति सुधार और महिला‑सशक्तिकरण।
निशुल्क शुरूत तिथि व अंतिम तिथि
- ऑनलाइन आवेदन: कभी भी शुरू; अंतिम तिथि नहीं है (सतत) ()।
- PLI अप्लिकेशन की कई विज्ञप्तियाँ जारी, अगली अंतिम तिथि: 21 अक्टूबर 2025 ()।
मोबाइल ऐप व हेल्पलाइन
- Make In India मोबाइल ऐप: iOS/ Android पर उपलब्ध।
- हेल्पलाइन: पोर्टल पर “Contact Us” सेक्शन में टोल‑फ्री नंबर, ई‑मेल उपलब्ध।
- राज्यों के MSME डायरेक्टरेट्स की लोकल हेल्पलाइन भी मौजूद।
निष्कर्ष
Make In India yojana एक विशाल पहल है जो भारत को विनिर्माण महाशक्ति बनाने, रोजगार सृजन करने और देश को आत्मनिरभर बनाने के मार्ग पर अग्रसर है। हालाँकि लक्ष्य पूर्णतः प्राप्त नहीं हुए, फिर भी सेमीकंडक्टर, इलेक्ट्रॉनिक्स, ई‑वी जैसे क्षेत्रों में मजबूत प्रगति हो रही है। डिजिटल शिक्षा, स्किलिंग और सरकारी प्रक्रियाओं के सरलिकरण से इससे अधिक लाभ उठाया जा सकता है।
FAQs:-
- Make In India yojana क्या है? — भारत में विनिर्माण बढ़ाने और रोजगार सृजन के लिए भारत सरकार की पहल.
- यह योजना कब जारी हुई थी? — सितंबर 2014 में.
- यह किन पर लागू होती है? — MSME, स्टार्ट‑अप्स, अलग-अलग क्षेत्र.
- आवेदन कैसे करें? — आधिकारिक पोर्टल या ऑफ़लाइन कार्यालयों से।
- आवेदन शुल्क कितना है? — अधिकांश मामलों में निःशुल्क।
- PLI स्कीम क्या है? — प्रोडक्शन‑लिंक्ड इंसेंटिव, विनिर्माण को बढ़ावा देने हेतु।
- अन्य स्कीम्स से क्या अंतर है? — यह पूरा विनिर्माण इकोसिस्टम संबोधित करती है।
- ऑफलाइन आवेदन कहाँ जमा करें? — जिला उद्योग केंद्र / राज्य MSME कार्यालय।
- मोबाइल ऐप उपलब्ध है? — हाँ, एंड्रॉयड और iOS पर ऐप उपलब्ध है।
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